उत्तराखंड

सितारगंज: नशे के खिलाफ महिलाओं का रात्रि के समय सड़कों पर गस्त जारी, अपने ग्राम एवं क्षेत्र को बनाना चाहती है नशा मुक्त

कलयुग दर्शन (24×7)

नरेश कुमार मित्तल (संवाददाता)

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जहां प्रदेश को नशा मुक्त बनाने का समय-समय पर दावा करते और संकल्प लेते आए हैं। यही नहीं उत्तराखंड के डीजीपी से लेकर समस्त जिलो के पुलिस कप्तान नशा मुक्त अभियान चलाते आए हैं। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।

ग्राम पंचायत बरुआबाग सिसोना में महिलाएं नशे के खिलाफ अभियान में सड़कों पर उतरकर शासन प्रशासन को आइना दिखा रही है। जैसे बॉर्डर पर देश का सैनिक देश की हिफाजत के लिए दिन रात गस्त करता है। उसी तरह गरुआबाग गाँव की महिलाएं हाथों में डंडे लेकर अपने गांव की रक्षा में तैनात हैं। ताकि किसी का बेटा भाई और पति नशे से दूर रहकर अपनी जान बचा सके।

महिलाओं का कहना है कि जो भी शराब लेकर या पीकर इन रास्तों से गुजरते हैं उनको हम सबक सिखाते हैं। महिलाओं ने बताया कि पिछले 15 वर्षों में गांव के दर्जनों युवाओ की शराब पीने से मौत हो गई है। उन्होंने कहा इस क्षेत्र में शराब चरस स्मैक और इंजेक्शन मिलने के कई अड्डे हैं। जब तक वह बंद नहीं होंगे हमारा आंदोलन जारी रहेगा।

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