कलयुग दर्शन (24×7)
सरविन्द्र कुमार (प्रधान संपादक)
उत्तराखंड घूमने आए पश्चिम बंगाल के पर्यटक ने नगर के एक होटल में अपना गला रेत कर आत्महत्या कर ली। पर्यटक द्वारा किये गये आत्मघाती कृत्य से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने आनन-फानन में गंभीर रूप से घायल पर्यटक को एसटीएच चिकित्सालय भेजा, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया है।
वही लालकुआँ नगर में एक महीने के भीतर सुसाइड की यहाँ दूसरी घटना है। इससे पहले भी लालकुआँ नगर के जगदीश होटल में एक युवती ने भी सुसाइड किया था। जिसकी जांच का आजतक पता नहीं चल सका है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के स्टेशन तिराहे पर स्थित होटल कुणाल में शुक्रवार की दोपहर 2 बजे पश्चिम बंगाल से आए पर्यटक मयंक पाल पुत्र मोहन कुमार पाल उम्र 44 वर्ष ने एक कमरा लिया।
देर शाम उसके घर से होटल के रिसेप्शन में फोन आया कि पर्यटक का फोन नहीं उठा रहा है। इसके बाद होटल प्रबंधन ने कमरे को खोलने के लिए दरवाजा खटखटाया तो भीतर से कोई हरकत नहीं हुई जिसके बाद कारपेंटर बुलाकर कमरे का लाक निकलवाया और भीतर जाकर शौचालय में देखा तो पर्यटक लहूलुहान हालात में पड़ा हुआ था।
उसके गले और हाथ में गहरे निशान बने हुए थे ।घटना की सूचना कोतवाली पुलिस और 108 को दी गई। उसके बाद मौके पर पहुंचे कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक डॉ वर्मा वह अन्य पुलिस बल में होटल कर्मचारियों के सहयोग से गंभीर हालत में पर्यटक मयंक को डॉक्टर सुशीला तिवारी चिकित्सालय हल्द्वानी भिजवाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। होटल प्रबंधन द्वारा पर्यटक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है।
कोतवाल डीआर वर्मा का कहना है कि पूछताछ में पता चला है कि मयंक अपने दो मित्रों के साथ उत्तराखंड घूमने आया था, उसके दोनों मित्र अल्मोड़ा के धार्मिक स्थलों में घूमने गए हुए हैं, जबकि मयंक आज रात को बाघ एक्सप्रेस से वापस कोलकाता को लौटने वाला था कि उसने यह हरकत कर दी, उन्होंने बताया कि परिजनों के अनुसार मयंक डिप्रेशन में था, तथा उसकी दवाइयां भी चल रही थी, वह मूल रूप से ग्राम बांगर रघुनाथपुर पश्चिम बंगाल का निवासी है।
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