करियर के साथ परिवार के बीच बनकर रहे बच्चे: बुवानीवाला
परिवार से दूर होकर रह गए, बच्चों को लेकर जताई चिंता, राजनीति में अधिकार केवल मांगने से नहीं मिलते उनके लिए लड़ना भी पड़ता है

कलयुग दर्शन (24×7)
नरेश कुमार मित्तल (संवाददाता)
हरिद्वार। अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने कहा कि समाज में आज जिस प्रकार से पैकेज की होड़ लगी है उससे समाज के बच्चे परिवार से दूर हो रहे हैं। हमें इस बात को सुनिश्चित करना चाहिए कि समाज के बच्चे परिवार के बीच में रहे और अपना करियर भी अच्छा बनाएं। वह यहां राधा कृष्ण धाम में आयोजित अग्रवाल वैश्य समाज के 16वें अधिवेशन और सम्मान समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया की भिवानी में उनके अपने क्षेत्र में 160 सीए हैं। इनमें से 155 बाहर काम करते हैं। परिवार के साथ केवल पांच लोग हैं। अशोक बुवानीवाला ने कहा कि समाज को राजनीति में आगे आना चाहिए और राजनीति को एक करियर के रूप में भी देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग और सीए के अलावा भी बहुत कुछ है जिसमें करियर बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सिविल सेवाओं के साथ-साथ शिक्षा का एक ऐसा प्रोफेशनल करियर हो सकता है, जिसमें व्यक्ति परिवार के बीच में रहकर अच्छी कमाई कर सकता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नगर परिषद यमुनानगर की पूर्व अध्यक्ष संगीता अग्रवाल, वैश्य समाज की प्रदेश महिला अध्यक्ष सुशीला सर्राफ, नरवाना से पायल सिंगला और कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंची निशी गुप्ता ने एक स्वर में महिलाओं को राजनीति में आगे आने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होने वाली है और ऐसे में अगर महिलाएं इस दिशा में आगे नहीं आएंगी तो दूसरे समाज की महिलाओं को ताकत मिलेगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाज के कार्यकारी अध्यक्ष पवन अग्रवाल, हिसार जिला प्रधान ललित बंसल, नारनौल के जिला प्रधान संदीप नूनीवाला, अमरनाथ गुप्ता ने समाज के लोगों को राजनीति में आगे आने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि आज इस बात की जरूरत है कि हर घर से एक व्यक्ति राजनीति में सक्रिय हो।
इन लोगों ने कहा कि कोई जरूरी नहीं है कि हर व्यक्ति सफल हो लेकिन अगर समाज में हर घर से एक व्यक्ति राजनीति में आगे बढ़ने के लिए काम करेगा तो समाज को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। विकास गर्ग पिहोवा ने समाज की गतिविधियों की चर्चा करते हुए कहा कि 2009 में इस समाज का गठन हुआ। इन 16 सालों में अशोक बुवानीवाला के नेतृत्व में समाज ने बड़ी तेजी से काम किया है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत से लेकर संसद तक के चुनाव में समाज के लोगों ने अपनी भूमिका अदा की है। कुरुक्षेत्र से आए सुमित गर्ग ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक समाज के लोग क्रांतिकारी रूप धारण करके आगे नहीं बढ़ेंगे तब तक उनके रास्ते में बाधाएं आती रहेंगी। उन्होंने कहा कि अधिकार केवल मांगने से नहीं मिलते उसके लिए कई बार लड़ना भी पड़ता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने और जब सत्ता परिवर्तन हुआ तो भाजपा को मजबूर होकर समाज की महिला को मुख्यमंत्री बनाना पड़ा। उन्होंने कहा कि बीजेपी को लगने लगा था कि अगर वैश्य समाज की अनदेखी की गई तो आने वाले चुनाव में उसे भारी पड़ेगा।
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