सहारनपुर: यूपी एक्टिव प्रेस क्लब ने पत्रकार की हत्या और अस्पताल में पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ सौंपा ज्ञापन

कलयुग दर्शन (24×7)
कलीम अंसारी (संवाददाता)
सहारनपुर, 14 अगस्त 2025: उत्तर प्रदेश एक्टिव प्रेस क्लब ने आज दो गंभीर मुद्दों को लेकर सहारनपुर के मंडलायुक्त अटल राय और जिलाधिकारी मनीष बंसल को शिकायती पत्र और ज्ञापन सौंपा। पहला मामला पंजाब के बटाला में एक पत्रकार की बर्बर हत्या से संबंधित है, जिसमें पुलिसकर्मियों की संलिप्तता का आरोप है, और दूसरा मामला सहारनपुर जिला अस्पताल में अनियमितताओं की कवरेज के दौरान पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार से जुड़ा है। इन दोनों मुद्दों पर प्रेस क्लब ने कड़ी कार्रवाई और न्याय की मांग की है।
**पहला मुद्दा: बटाला में पत्रकार की हत्या, पुलिस पर गंभीर आरोप**
यूपी एक्टिव प्रेस क्लब ने पंजाब के बटाला में हाल ही में एक स्थानीय पत्रकार की निर्मम हत्या की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है। यह घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई है, जिसमें पुलिसकर्मियों की स्पष्ट संलिप्तता दिखाई दे रही है। प्रेस क्लब ने इस हत्याकांड को लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए खतरा बताते हुए इसे गंभीर चिंता का विषय करार दिया है।
क्लब ने राष्ट्रपति को संबोधित एक पत्र में मांग की है कि:
1. **दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई**: हत्या में शामिल पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए और उनके खिलाफ उम्रकैद की सजा सुनिश्चित की जाए।
2. **पीड़ित परिवार को सहायता**: मृतक पत्रकार के आश्रितों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाए।
3. **फास्ट-ट्रैक कोर्ट में सुनवाई**: इस मामले की सुनवाई फास्ट-ट्रैक कोर्ट में की जाए ताकि दोषियों को शीघ्र और कड़ा दंड मिले।
प्रेस क्लब ने अपने ज्ञापन में कहा, “पत्रकारों के साथ आए दिन हो रही हिंसक घटनाएं और उनकी हत्या न केवल प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है, बल्कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करने का प्रयास भी है। हम मांग करते हैं कि दोषियों को कठोर सजा दी जाए और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।”
*दूसरा मुद्दा: सहारनपुर जिला अस्पताल में पत्रकारों के साथ अभद्रता**
दूसरे प्रकरण में, यूपी एक्टिव जर्नलिस्ट एसोशिएशन ने सहारनपुर जिला अस्पताल में हाल ही में सामने आई अनियमितताओं और पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार की घटना को लेकर रोष जताया है। पत्रकारों ने अस्पताल के मेडिकल वार्ड में छत से पानी टपकने और अन्य अनियमितताओं की कवरेज करने की कोशिश की थी, लेकिन अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने न केवल उन्हें कवरेज करने से रोका, बल्कि उनके साथ अभद्र व्यवहार भी किया।
एसोशिएशन ने इस घटना को प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बताते हुए मंडलायुक्त और जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा। पत्र में मांग की गई है कि:
– चिकित्सा अधीक्षक के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।
– अस्पताल में व्याप्त अनियमितताओं की गहन जांच हो।
– पत्रकारों के साथ अभद्रता करने वालों को दंडित किया जाए।
जिलाधिकारी मनीष बंसल ने प्रेस क्लब के ज्ञापन को गंभीरता से लेते हुए इसे राष्ट्रपति तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है। साथ ही, जिला अस्पताल में पत्रकारों के साथ हुए दुर्व्यवहार के मामले में जांच के आदेश दिए हैं और उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
मंडलायुक्त अटल राय ने भी त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने जिला अस्पताल में अनियमितताओं और पत्रकारों के साथ अभद्र व्यवहार की जांच के लिए एक विशेष जांच टीम गठित की है, जिसमें एडी हेल्थ और अपर प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं। मंडलायुक्त ने स्वयं अस्पताल का निरीक्षण करने की बात कही और आश्वस्त किया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यूपी एक्टिव प्रेस क्लब ने दोनों मुद्दों पर कड़ा रुख अपनाते हुए स्पष्ट किया कि पत्रकारों की सुरक्षा और उनके अधिकारों का हनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। क्लब ने प्रशासन से मांग की है कि दोनों मामलों में पारदर्शी और त्वरित जांच सुनिश्चित की जाए ताकि दोषियों को सजा मिले और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
यूपी एक्टिव प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश कुमार जैन ने कहा, “पत्रकार समाज का चौथा स्तंभ हैं, और उनकी स्वतंत्रता और सुरक्षा पर किसी भी तरह का हमला लोकतंत्र पर हमला है। हम इन मुद्दों पर चुप नहीं रहेंगे और तब तक संघर्ष जारी रखेंगे जब तक न्याय नहीं मिल जाता।”
संघटन के महासचिव मुकेश गुप्ता ने कहा है कि यह घटनाएं पत्रकारों की सुरक्षा और प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। यूपी एक्टिव प्रेस क्लब ने इन मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने का फैसला किया है और अपने पत्रकार साथियों के साथ मिलकर इस दिशा में और कदम उठाने की योजना बनाई है।
यूपी एक्टिव जर्नलिस्ट एसोशिएशन के संरक्षकगण अनिल भरद्वाज, महेंद्र तनेजा, व सलाहकार महेश भार्गव, सैयद मशकूर ने कहा कि यूपी एक्टिव हमारे प्रेस क्लब ने इन दोनों मुद्दों पर कड़ा रुख अपनाते हुए स्पष्ट किया कि पत्रकारों की सुरक्षा और उनके अधिकारों का हनन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। क्लब ने प्रशासन से मांग की है कि दोनों मामलों में पारदर्शी और त्वरित जांच सुनिश्चित की जाए ताकि दोषियों को सजा मिले ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
इस दौरान वरिष्ठ उपाध्यक्ष खालिद हसन, कोषाध्यक्ष विकास कपिल उपाध्यक्षगण जगदीश जैसवार, काशिफ खान, आजम खान और संघटन सचिव शिवमणि त्यागी, मीडिया प्रभारी नीना जैन, सचिव प्रशासनिक अमित धीमान, सचिवगण सैयद अतहर हुसैन, सुहेल गौर, दुर्गेश शर्मा, मतीन खान, संकल्प नैब , मोहम्मद यूनुस, कन्हैया गुप्ता, अशोक कश्यप, दीपक अरोड़ा, राहुल कुमार, नीरज जॉय ,सोहेल गौर, दीपांशु शर्मा, मुकेश गिरी,शमीम अहमद, पुरुषोत्तम सैनी, अबरार अहमद, विकास त्यागी, दीपक गुप्ता, शाह फैसल, संजीव सहगल, आयुष जैन, शहजाद बबलू, आरिफ अंसारी, मोहम्मद कलीम, अक्षत जैन साजिद राजपूत, दिनेश सैनी, मिनाज, मोहम्मद तनवीर, राजेश धीमान, राहुल भारद्वाज, समीर खान, जब्बार, मोहम्मद शाहनवाज, विनय जैन, निजाम मंसूरी, महेश कुमार, शाकिर राजपूत, सलमान, शहज़ेब मंसूरी आदि उपस्थित रहे।
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