
कलयुग दर्शन (24×7)
सागर कुमार (सह संपादक)
हरिद्वार। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के श्रीमहंत महेश्वरदास महाराज ने पद से इस्तीफा दे दिया है। 40 वर्ष तक अखाड़े के श्रीमहंत पद का दायित्व निभाने के बाद श्रीमहंत महेश्वरदास ने स्वास्थ्य कारणों के चलते इस्तीफा दिया है। कनखल स्थित अखाड़े के संतों ने श्रीमहंत महेश्वरदास के पद छोड़ने की पुष्टि की है। श्रीमहंत महेश्वरदास महाराज के अचानक श्रीमहंत का दायित्व छोडने से अखाड़े में खलबली मच गयी है।

अखाड़े के संतों में अगले श्रीमहंत के नाम को लेकर चर्चा शुरू हो गयी है। हालांकि संत खुलकर कुछ बोलने से बच रहे हैं। अखाड़े के महंतों का कहना है कि यह अखाड़े की उत्तर पंगत का मामला है। उत्तर पंगत ही इस मामले में निर्णय करेगी। अखाड़े के संतों ने बताया कि अखाड़े की चार पंगत हैं, पूरब, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण। अखाड़े की परंपरा के अनुसार चारों पंगत में से सबसे वरिष्ठ महंत को श्रीमहंत का दायित्व सौंपा जाता है। श्रीमहंत महेश्वरदास के पद छोड़ने के बाद उत्तर पंगत महंत नियुक्त करेगी। इसके बाद चारों पंगत में सबसे वरिष्ठ महंत को श्रीमहंत नियुक्त किया जाएगा।
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