उत्तराखंड

मुनिया फाउंडेशन ने धनपुरा, पड़ार्था, हरिद्वार स्थित आयुष इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में निःशुल्क सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन स्थापित की

कलयुग दर्शन (24×7)

अवधेश भूमिवाल (संवाददाता)

हरिद्वार। महिलाओं के स्वास्थ्य, मासिक धर्म स्वच्छता एवं मानसिक कल्याण को सशक्त बनाने की दिशा में एक सराहनीय पहल करते हुए मुनिया फाउंडेशन ने धनपुरा, पड़ार्था, हरिद्वार स्थित आयुष इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में निःशुल्क सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन स्थापित की। यह पहल मुख्य रूप से कम सुविधासंपन्न एवं ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाली छात्राओं को ध्यान में रखते हुए की गई है। इस पहल का नेतृत्व मुनिया फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. सौरभ शुक्ला ने किया। वेंडिंग मशीन में आवश्यक सैनिटरी पैड उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे छात्राओं को मासिक धर्म के दौरान सम्मानजनक और सुरक्षित सुविधा मिल सके। इस अवसर पर डॉ. शिखा शुक्ला ने छात्राओं एवं उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मासिक धर्म स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य और समग्र कल्याण पर जागरूकता सत्र आयोजित किया। उन्होंने समाज में मासिक धर्म से जुड़े मिथकों को तोड़ने, मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और आत्म-देखभाल के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। वहीं डॉ. शिखा शुक्ला ने अपने संबोधन में कहा मासिक धर्म कोई बीमारी नहीं, बल्कि एक स्वाभाविक जैविक प्रक्रिया है। इसके बारे में खुलकर बात करना और सही जानकारी देना लड़कियों के आत्मसम्मान और मानसिक मजबूती के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा आज की युवा पीढ़ी को न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक रूप से भी सशक्त बनाने की आवश्यकता है।

कार्यक्रम के पश्चात मुनिया फाउंडेशन की टीम ने स्थानीय ग्रामीण समुदाय के साथ एक संवादात्मक टॉक शो आयोजित किया, जिसमें महिलाओं और किशोरियों ने अपनी समस्याएँ खुलकर साझा कीं। चर्चा के दौरान यह सामने आया कि इस क्षेत्र में लड़कियों के लिए किसी भी प्रकार का कौशल विकास केंद्र उपलब्ध नहीं है, जिससे उनके आत्मनिर्भर बनने के अवसर सीमित हो जाते हैं। वहीं दूसरी ओर डॉ. सौरभ शुक्ला ने कहा स्वास्थ्य के साथ-साथ कौशल विकास भी आत्मनिर्भरता की कुंजी है। जब तक हम लड़कियों को सीखने और आगे बढ़ने के अवसर नहीं देंगे, तब तक सामाजिक परिवर्तन अधूरा रहेगा। उन्होंने आगे कहा स्थानीय लोगों की समस्याएँ सुनने के बाद मुनिया फाउंडेशन ने यह निर्णय लिया है कि जल्द ही यहाँ लड़कियों और महिलाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। इस कार्यक्रम में मुनिया फाउंडेशन की कौशल विकास प्रशिक्षक शैली सेठी उपस्थित रहीं, और उन्होंने आश्वासन दिया कि स्थानीय लड़कियों एवं महिलाओं के लिए उपयुक्त कौशल विकास प्रशिक्षकों की व्यवस्था शीघ्र की जाएगी। इस पूरे कार्यक्रम के सफल आयोजन में सर्व समाज एकता मिशन के कोषाध्यक्ष कमलजीत सिंह का विशेष योगदान रहा, जिनके सहयोग और समन्वय से यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हो सका। अंत में मुनिया फाउंडेशन ने यह भी साझा किया कि कोई भी छात्रा, महिला या समुदाय सदस्य अपनी स्वास्थ्य, मानसिक कल्याण, शिक्षा या कौशल विकास से जुड़ी आवश्यकताओं के लिए फाउंडेशन से संपर्क कर सकता है। अधिक जानकारी के लिए लोग www.muniya.org पर जा सकते हैं और मुनिया फाउंडेशन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से भी जुड़ सकते हैं।

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