कलयुग दर्शन (24×7)
सरविन्द्र कुमार (प्रधान संपादक)
हल्द्वानी। उत्तराखंड में वन तस्करों के हौसले इन दिनों सातवे आसमान में है। ताजे मामले में मंगलवार की देर रात लगभग एक बजे वन तस्करो व वन कर्मियों के मध्य मुठभेड़ का मामला सामने आया है। वन तस्करों ने इस दौरान वन कर्मियों पर फायरिंग की है। जिसमे एक वन रक्षक जितेंद्र बिष्ट पांव में गोली लगने से गंभीर घायल हो गया है। जिसे वन कर्मियों ने सितारगंज सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां पर चिकित्सको ने प्राथमिक उपचार उपरांत घायल वन रक्षक को सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी हायर सेंटर रेफर कर दिया है। जहाँ से उसका उपचार चल रहा है।
पूरी वारदात तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी की रनसाली रेंज की है। उक्त घटना रनसाली रेंज के कैथुलिया इलाके में रात एक बजे के लगभग बताई जा रही है। फायरिंग में रनसाली रेंज के वन रक्षक जितेंद्र बिष्ट पांव में गोली लगने के बाद वन महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
मुठभेड़ के दौरान वन कर्मियों ने तस्करों की एक एक बेलोरो जीप में 50 कुंतल के लगभग खैर की लकड़ी सहित चार मोटरसाइकिल घटना स्थल से पकड़ी है। जबकि वारदात उपरांत लकड़ी तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भागने में कामयाब रहे है। गोली से घायल वन आरक्षी को सितारगंज अस्पताल से हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर किया गया है।
वन तस्करों द्वारा वन कर्मियों पर फायरिंग की सूचना पर मौके पर so नानकमत्ता देवेंद्र गौरव तथा CO विमल रावत खटीमा ने पहुंच पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी ही। सूत्रों के अनुसार उक्त मामले में नानकमत्ता पुलिस ने त्वरित कार्यवाही कर दो लोगों को पूछताछ हेतु अपनी हिरासत में भी लिया है। तराई पूर्वी वन प्रभाग हल्द्वानी प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी ने वन तस्करो पर कड़ी कार्यवाही की बात कही है। फिलहाल वन तस्करो की दुस्साहसी घटना के बाद वन व पुलिस महकमा फायरिंग करने वाले वन अपराधियों की तलाश में जुट गए है।
बताते चले कि कुछ समय पहले ही उधम सिंह नगर जिले के तराई केंद्रीय वन प्रभाग के पीपल पड़ाव वन रेंज में वन तस्करो में फायरिंग कर वन रेंजर को गोली मार घायल कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने उक्त मामले कई वन अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने का काम किया। वही एक बार फिर खैर तस्करी में लिप्त वन तस्करो ने नानकमत्ता इलाके में दुस्साहसी घटना को अंजाम दे वन कर्मियों पर फायरिंग कर उन्हे घायल करने का काम किया है। जिससे वन कर्मी भी उक्त घटना के उपरांत सकते में है।
उक्त मामले में भूपाल सिंह वन आरक्षी की तहरीर पर नानकमत्ता थाने में पांच नामजद अमरीक सिंह पुत्र मान सिंह, चरणजीत सिंह पुत्र मान सिंह निवासी केथुलिया, बलजीत सिंह पुत्र अमरीक सिंह, भगत सिंह पुत्र संता सिंह निवासी ग्राम टुकड़ी, मलकीत सिंह उर्फ बिट्टू पुत्र नामालुम निवासी ध्यानपुर थाना नानकमत्ता सहित कई अन्य पर धारा 109,221,132,121, 191(2),191,(3)/3(5) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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