उत्तराखंड

हरिद्वार: क्षेत्र की झुग्गी झोपड़िया में बिजली विभाग के कर्मचारियों का बड़ा घोटाला, बिना कनेक्शन के सभी झोपड़िया में बाट रख्खी हैं बिजली, प्रत्येक माह वसूली जाती है मोटी रकम

कलयुग दर्शन (24×7)

सागर कुमार (सह संपादक)

हरिद्वार। जहाँ एक तरफ UPCL बिजली चोरी को रोकने के लिए न जाने कैसे कैसे तरीके अपनाता है। कभी बिजली की तारें बदलता है तो कभी भूमिगत लाइन डालता है। लेकिन उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन का काम करने का तरीका ही कुछ ही अलग है। बात करते हैँ हरिद्वार की जहाँ के बिजली विभाग के JE की तो उनको अपने अपने क्षेत्रो को देखने की भी फुर्सत नहीं जिसकी वो सरकार से अच्छी खासी तनख्वा लेते है।

आपको बता दें की हरिद्वार मे झुग्गी झोपड़िया की तादात कुछ ज्यादा ही बढ़ रही हैँ। जिनकी गिनती हजारों मे होंगी। जहां बिजली विभाग के कर्मचारी और लाइनमैन इन झोपड़ पट्टियों मे लाइट की सुविधा बिना मीटर एवं कनेक्शन के देते हैं। इसके बदले वहां के लाईन मैन झोपड़पट्टी कि प्रत्येक झोपड़ी से चार सौ रुपये से लेकर पांच सो रुपये प्रतिमा तक वसूलते है। जो सीधा उनकी जेब मे चला जाता है। जिससे उत्तराखंड पावर कारपोरेशन को प्रत्येक माह लाखो के राजश्व का चुना लगाया जाता है।

वहीं शहरी क्षेत्र में उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन बिजली दरों में बढ़ोतरी कर शहर वाशियो से बिजली बिल के नाम पर मोटी रकम वसूलते हैं। जिससे शहर की जनता त्रस्त है। मगर जिस चोरियों को रोकने के लिए अधिकारीयों को मोटी मोटी तनख्वा मिलती है। उन अधिकारियों को शायद उत्तराखंड पावर कारपोरेशन को प्रत्येक माह लग रहे लाखों के चुने की कोई चिंता नहीं। अब देखने वाली बात तो यह है कि पावर कॉरपोरेशन विभाग करप्ट कर्मचारी एवं लाईनमैनों के ऊपर कुछ एक्शन लेता है या नहीं। क्या ऊपर बैठे अधिकारी, J.E और लाईन मैनो पर पावर कॉरपोरेशन विभाग कोई कार्रवाई करेगा या ये बन्दर बाट बा दस्तूर चलती रहेंगी।




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