उत्तराखंड

मसूरी: धूमधाम से मनाई गुरु नानक देव जी की 555वी जयंती, गुरु पर्व पर गुरुद्वारों को सजाया गया

कलयुग दर्शन (24×7)

नरेश कुमार मित्तल (संवाददाता)

मसूरी। पहाड़ों की रानी मसूरी में गुरु नानक देव जी की 555वी जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। मसूरी के गांधी चौक और लंढौर बाजार स्थित दोनों गुरुद्वारा को गुरू पर्व को लेकर सजाया गया है।

इस मौके पर 48 घंटे लगातार गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ का भी आयोजन किया गया व विशाल लंगर का आयोजन किया गया जिसको ग्रहण कर सभी श्रद्धालुओं ने गुरु नानक देव का आर्शीवाद लिया।

इस मौके पर गुरु वाणी के माध्यम से संगत से आवाहन किया गया कि वह गुरु नानक देव जी के बताएं रास्ते पर चले, मेहनत के साथ-साथ जन सेवा करें। मसूरी के मशहूर इतिहासकार गोपाल भारद्वाज ने भी संपूर्ण देशवासियों को गुरु नानक की जयंती की शुभकामनाएं दीं।

उन्होंने कहा उनके पूर्वजों ने गुरु नानक जी की जन्म कुंडली बनाई थी, उसको मसूरी के लढौर गुरुद्वारा समिति को उपहार रूवस्प भेट की। गोपाल भारद्वाज ने बताया कि उनके पूर्वज और पिता ने भारत के कई राजनीतिक और धार्मिक हस्तियों की जन्म कुंडली बनाई है।

इन सब की असल प्रतिलिपि आज भी उनके पास मौजूद है। इस मौके पर पूर्व सभासद जसबीर कौर पूर्व पालिका अध्यक्ष उपन्यास और लाइब्रेरी गुरुद्वारा साहिब के अध्यक्ष समिति के अध्यक्ष कमलजीत सिंह ने कहा कि मसूरी में धूमधाम के साथ गुरु नानक जी का जन्म उत्सव मनाया जा रहा है।

उन्होने कहा कि सिख धर्म में कई धार्मिक त्योहारों में से गुरु पर्व भी एक है, जो पहले सिख गुरु और सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के जन्म और दर्शन को याद कर मनाया जा रहा है।

गुरु नानक जयंती कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस मौके पर गुरुद्वारे पर विशेष शब्द कीर्तन का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि मसूरी एक ऐसा शहर है जहां पर भाईचारे का संदेश हर धर्म के लोग देने का काम करते हैं।

सभी धर्म के लोग एक दूसरे का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं और भाईचारे का संदेश देते हैं। उन्होंने कहा कि मसूरी में गुरु नानक जी की जयंती पर देर शाम को आतिशबाजी की जाएगी और गुरु नानक जी की जयंती धूमधाम के साथ मनाई जा रही है।




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