प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है तब से लगातार संविधान और आरक्षण पर हमला किया जा रहा है: कमाल अख्तर

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कलीम अंसारी (संवाददाता)
सहारनपुर। सपा विधायक एवं प्रदेश के पूर्व मंत्री कमाल अख्तर ने कहा कि भारत के संविधान की प्रति के सानिध्य में ‘संविधान-मानस्तंभ स्थापना दिवस’ आयोजित करके हम ‘सामाजिक न्याय’व ‘समता-समानता’ और ‘आरक्षण’ को बचाए-बनाए रखने का अपना संकल्प दोहरा रहे हैं। जिसके पीछे की मूल भावना है कि ‘संविधान- मानस्तंभ’ वस्तुतः ‘पीडीए-प्रकाश स्तंभ’ के रूप में ‘सामाजिक न्याय के राज’ की स्थापना के संकल्प का मार्ग सदैव प्रकाशित और प्रशस्त करता रहे। जब संविधान बचेगा तभी आरक्षण बचेगा। कार्यक्रम के सहारनपुर प्रभारी एवं विधायक कमाल अख्तर आज यहां मंडी समिति रोड स्थित एक बैंकट हॉल में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देशानुसार, ‘आरक्षण दिवस’ को ‘संविधान-मानस्तंभ स्थापना दिवस’ के रूप में आयोजित कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब से देश एवं प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है तब से लगातार संविधान और आरक्षण पर हमला किया जा रहा है ताकि आरक्षण को समाप्त कर दलित पिछड़े और अल्पसंख्यक के अधिकार छीन लिए जाए और उन्हें एक बार फिर गुलामी की और धकेल दिया जाए हाल ही में सरकार ने सरकारी स्कूलों को मर्ज करने की जो घोषणा की है यह अत्यधिक चिंता का विषय है क्योंकि सरकारी स्कूलों में केवल गरीबों के बच्चे पढ़ते हैं उन्हें शिक्षा से दूर करने के लिए सरकार ने षड्यंत्र रचा है ताकि उन्हें शिक्षा से वंचित रखा जा सके और वह आरक्षण संविधान की बात न कर सके।
जिला अध्यक्ष चौधरी अब्दुल वाहिद ने कहा इस विशेष दिन का ऐतिहासिक महत्व बताते हुए पार्टी की ओर से कहा कि 26 जुलाई 1902 को महात्मा ज्योतिबा फुले के विचारों से प्रेरित होकर कोल्हापुर नरेश, श्रीमंत महाराज राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज ने अपने राज्य में आरक्षण व्यवस्था लागू की थी। यही वह दिन था जब ‘सामाजिक न्याय’ की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल हुई, जिसे आगे चलकर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने संविधान में स्थान देकर जनाधिकार के रूप में स्थापित किया। पूर्व सांसद हाजी फजलुर रहमान एवं विधायक उमर अली खान महानगर अध्यक्ष हाजी नवाब अंसारीने कहा कि 26 जुलाई से बड़ा ऐतिहासिक अवसर और क्या हो सकता है जब सामाजिक न्याय के विचार को लागू किया गया। यह केवल तिथि नहीं बल्कि प्रेरणा का प्रतीक है। इसी दिन से आरक्षण की शुरुआत हुई, जो आगे जाकर संविधान का मूल स्तंभ बना। पूर्व विधायक वीरेंद्र ठाकुर पूर्व विधायक मनोज चौधरी पूर्व विधायक माविया अली पूर्व वरिष्ठ सपा नेता साजिद चौधरी ने कहा इस आयोजन का उद्देश्य उन्होंने कहा कि संविधान के मूल मूल्य-समानता, सामाजिक न्याय एवं अवसर की समता- को जन-जन तक पहुंचाना है।
पार्टी ने इसे “संविधान-मानस्तंभ” का प्रतीकात्मक नाम देते हुए यह स्पष्ट किया है कि यह स्तंभ वास्तव में पी०डी०ए० (पीड़ित, दलित, अल्पसंख्यक) समुदाय के संघर्षों और अधिकारों का प्रकाशस्तंभ बनेगा। इस मौके पर मुख्य अतिथि कमल अकबर का जोरदार स्वागत किया गया। कार्यक्रम को प्रदेश सचिव मजिहर राणा SC पर प्रकोष्ठ केराष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल भारती पूर्व मंत्री प्रजापति मांगेराम कश्यप पूर्व जिला अध्यक्ष मजहिर हसन मुखिया चौधरी अब्दुल रूफ जिला महासचिव जितेंद्र राणा बाबा परवेज मलिक सपा प्रदेश सचिन रूही अंजुम पार्षद हाजी नूर आलम पार्षद अहमद मलिक हैदर अली जिला कार्यालय फैसल सलमानी पूर्व मंत्री लियाकत अली इजहार बबलू अमित गुर्जर हैदर मुखिया मोहसिन मलिक ममता चौधरी सलीम अख्तर महानगर विधानसभा प्रभारी अभिषेक टिंकू अरोड़ा आबूबाकर काशिफ अल्वी चौधरी मेहरबान वासिल तोमर आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम में महजबी खान हसीन कुरैशी रतन यादव संदीप यादव राम आशीष यादव केपी सिंह सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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