उत्तर प्रदेश

बड़ा फैसला: नगर निगम ने ईईएसएल के साथ किया अनुबंध समाप्त

खराब लाइटों को ठीक कराने और रखरखाव में कंपनी द्वारा बरती जा रही थी लापरवाही

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अबलीश कुमार (सहारनपुर संवाददाता)

सहारनपुर। नगर निगम ने एक बड़ा फैसला लेते हुए महानगर में एलईडी लाईट का कार्य कर रही कंपनी मै. ईईएसएल के साथ किये गए अपने दोनों अनुबंध समाप्त कर दिए हैं। कंपनी के खिलाफ यह कदम कंपनी द्वारा कार्य में लापरवाही, समयबद्धता के साथ लाईट ठीक न करने, लगायी गयी लाईटों का रखरखाव ठीक से न करने के कारण उठाया है। नगरायुक्त शिपू गिरि ने कंपनी द्वारा प्रस्तुत बिलों की जांच के लिए अपर नगरायुक्त प्रदीप यादव की अध्यक्षता में एक चार सदस्यीय समिति का गठन करते हुए 15 दिनों के भीतर अपनी आख्या देने को कहा है। पथ प्रकाश प्रभारी वी बी सिंह ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश शासन द्वारा स्ट्रीट लाईट को कम उर्जा खपत वाली एलईडी लाईट्स में परिवर्तित किये जाने हेतु ईईएसएल को कार्यदायी संस्था नामित करते हुए स्थानीय निकायों को अनुबंध किये जाने के निर्देश दिए गए थे। इसी क्रम में नगर निगम सहारनपुर द्वारा ईईएसएल के साथ दो अनुबंध वर्ष 2018 व वर्ष 2019 में किये गए थे। इसके बाद महानगर में उक्त कंपनी द्वारा 54165 एलईडी लाईट्स लगायी गयी थी। पथप्रकाश प्रभारी ने बताया कि अनुबन्ध में निर्धारित शर्तों के अनुसार एलईडी लाईट्स की स्थापना उपरान्त 07 वर्ष तक लाईट्स का अनुरक्षण सम्बन्धी कार्य भी ईईएसएल द्वारा किया जाना था, परन्तु इसके विपरीत ईईएसएल द्वारा एलईडी लाईट्स के अनुरक्षण सम्बन्धी कार्य को गम्भीरता से न लेते हुए लापरवाही बरती गयी एवं अनुबन्ध के अनुसार निर्धारित अवधि 48 घण्टे के अन्दर खराब लाईट्स को ठीक नहीं कराया गया। जिसके कारण विभिन्न माध्यमों से नगर निगम में लाईट सम्बंधी शिकायतों की संख्या बढ़ती चली गयी। इससे यह स्पष्ट हो गया कि ईईएसएल द्वारा लाईटों के रख-रखाव आदि का कार्य नही किया जा रहा है।

लोगों के आक्रोश को देखते हुए ईईएसएल के अनुरक्षण अधीन एलईडी लाईटस, हाईमास्ट की फोकस लाईट को निगम द्वारा अपने संसाधनो से ठीक कराया गया। पथ प्रकाश प्रभारी ने बताया कि नगरायुक्त शिपू गिरि द्वारा ईईएसएल कंपनी के प्रतिनिधि के साथ एलईडी लाइटों का भौतिक सत्यापन गत 23-24 व 25 सितंबर 2025 को किया गया था जिसमें मानक से अधिक लाइटें खराब पायी गयी, और इन लाइटों को निर्धारित अवधि के भीतर ठीक भी नहीं कराया गया। ईईएसएल के सहारनपुर स्थित स्टोर का निरीक्षण भी नगरायुक्त द्वारा किया गया था, निरीक्षण के दौरान भी कंपनी के स्टोर मंे मरम्मत संबंधी सामग्री, वाहन एवं अन्य आवश्यक संसाधनों का अभाव पाया गया। उन्होंने बताया कि पर्याप्त अवसर दियेे जाने के बाद भी ईईएसएल द्वारा सहारनपुर परिक्षेत्र में उपलब्ध अनुरक्षण सम्बन्धी संसाधनों का विवरण प्रस्तुत नहीं किया गया। जिस पर कंपनी को निरन्तर नोटिस दिये जाने के बाद भी ईईएसएल द्वारा अनुबन्ध की शर्तो के अनुसार कार्य नही किया गया। पथ प्रकाश प्रभारी वी बी सिंह ने बताया कि अनुबन्ध के अनुसार ईईएसएल कंपनी को अपना पक्ष रखने के लिए पर्याप्त समय और सुनवाई का अवसर भी दिया गया, लेकिन इसके बाद भी ईईएसएल द्वारा कोई सन्तोषजनक उत्तर नही दिया गया और अनुबन्ध की शर्तो का निरन्तर उल्लंघन किया गया। पथ प्रकाश प्रभारी का कहना है कि कंपनी द्वारा भुगतान के लिए बिल भी गलत प्रस्तुत किये गए। उन्होंने बताया कि क्त सभी कारणों को दृष्टिगत रखते हुये नगर निगम द्वारा जनहित एवं नगर निगम हित में ईईएसएल के अनुरक्षण को प्रतिबंधित करते हुये नगर निगम व ईईएसएल के बीच 23 अगस्त 2018 व 27 सितंबर 2019 को हुए अनुबंधों को तत्काल समाप्त कर दिया गया है।

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