18 दिन बाद घाटों पर वापस लौट आयी गंगा, उत्तर प्रदेश सिचाई विभाग ने शुरू किया गंगा में जल का प्रवाह

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विजय कुमार (ब्यूरो चीफ)
हरिद्वार। रविवार की रात गंगा पुनः घाटों पर लौट आयी। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा गंगा की साफ सफाई के लिए दशहरे की मध्यरात्रि में 18 दिनों के लिए गंगा बंद की गयी थी। रविवार की रात से यूपी सिंचाई विभाग ने गंगा में जल का प्रवाह शुरू कर दिया। वार्षिक गंगा बंदी के दौरान सिंचाई विभाग ने विशेष सफाई अभियान चलाते हुए ऊपरी गंग नहर के मायापुर स्केप रेगुलेटर के अपस्ट्रीम, डाउनस्ट्रीम तथा सीसीआर टावर के डाउनस्ट्रीम में सप्लाई चैनल की तली में जमा मलबे कपड़े इत्यादि को नहर की तली से निकालने का कार्य कराया। मलबा कपड़े आदि निकालते समय रिग्रेडिंग करते हुए बैड लेविल का विशेष ध्यान रखा गया। साथ ही गंगा नहर की बन्दी के दौरान किमी 3.30 पर आधुनिक तकनीक एडीसीपी से डिस्चार्ज मापन हेतु गेज डिस्चार्ज स्थल का निर्माण कराया गया तथा अन्य स्थलों पर गंग नहर के सुगम संचालन एवं सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक कार्य कराए गए।

अधिशासी अभियन्ता विकास त्यागी ने बताया कि वार्षिक गंगा बंदी क दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हरकी पैड़ी पर जल की समुचित मात्रा का प्रवाह बनाए रखा गया। हरिद्वार में गंगा के प्रवाह को समुचित रखने तथा गंगा जल की शुद्धता बनाये रखने के लिए अथक प्रयास किये गये हैं। उन्होने उम्मीद जतायी प्रयासों के क्रियान्वयन से व्यापक जन लाभ होगा तथा गंगा सफाई के अतिरिक्त मुख्यतः सोलानी व रतमऊ एक्वाडक्ट पर पानी के रिसाव का भी समुचित समाधान कराया कराया गया है। उन्होंने बताया कि नहरबन्दी के दौरान कराये गये कार्यों का सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग उ.प्र. मेरठ के मुख्य अभियता ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव, गंगनहर संचालन मण्डल मेरठ के अधीक्षण अभियंता भारतेन्दु गौड़ एवं अन्य अधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण भी किया।
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