
कलयुग दर्शन (24×7)
दीपक झा (संवाददाता)
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि हरिद्वार कुंभ मेला दिव्य और भव्य रूप से संपन्न होगा। जो लोग कुंभ और अर्द्धकुंभ को लेकर विवाद कर रहे हैं, वे सनातन का विरोध कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छह वर्ष बाद होने वाले अर्द्धकुंभ को कुंभ और 12 वर्ष बाद होने वाले कुंभ को महाकुंभ की तर्ज पर आयोजित किए जाने की इच्छा व्यक्त की थी। प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप ही मुख्यमंत्री ने संतों से वार्ता के दौरान 2027 में हरिद्वार में भव्य और दिव्य कुंभ कराने की इच्छा व्यक्त करते हुए अखाड़ों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियो को दिए हैं। श्रीमहंत रविंद्रुपुरी महाराज ने कहा कि अखाड़ा परिषद हरिद्वार कुंभ और नासिक और उज्जैन में होने वाले महाकंुभ की तैयारियां कर रही है। इसके लिए अखाड़ों के साथ विचार विमर्श करने के साथ संबंधित राज्य सरकारों से वार्ता भी की जा रही है।

हरिद्वार कुंभ को लेकर अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी जल्द ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके पूर्व अखाड़ा परिषद की बैठक का आयोजन कर मुख्यमंत्री से होने वाली वार्ता की रूपरेखा तय की जाएगी। बैठक में सभी अखाड़ों के दो-दो प्रतिनिधि शामिल होंगे। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि हरिद्वार कुंभ को प्रयागराज महाकुंभ की तर्ज पर भव्य और दिव्य रूप से संपन्न कराया जाएगा। हरिद्वार कुंभ में सभी अखाड़े प्रतिभाग करेंगे। अखाड़ों की पेशवाई और शाही स्नान का आयोजन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरिद्वार कुंभ में 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालु शामिल होंगे और सनातन धर्म संस्कृति का परचम पूरी दुनिया में फहराएगा। इस दौरान श्रीमहत रविंद्रपुरी महाराज ने संघ पदम सिंह के जन्मदिन पर उन्हें शुभकामनाएं दी और पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया।
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