निगम कर्मचारी बैठे धरने पर, पीड़ित बाबू ने थाने में दी तहरीर
जन्म मृत्यु प्रमाण पत्रों की फाइलों की हो जांच गड़बड़ी मिली तो नपेंगे रजिस्टर, एसडीएम और स्वास्थ्य अधिकारी

कलयुग दर्शन (24×7)
अबलीश कुमार (सहारनपुर संवाददाता)
सहारनपुर। शुक्रवार को नगर निगम में मेयर डॉ अजय कुमार के निरीक्षण के दौरान जन्म मृत्यु प्रमाण पत्रों की अनियमितताओं के कारण लिपिक सुरेंद्र सिंह को कार्यालय से कॉलर पकड़ कर गुद्दी पर थप्पड़ मारने का वीडियो महापौर अजय कुमार सिंह के सोशल मीडिया फ़ेसबुक पर वायरल होने के बाद शाम को ही निगम के तमाम कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन कर दफ्तरों को बंद कर दिया था। वहीं शनिवार को निगम परिसर में सभी कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया उसके साथ ही नगरायुक्त के नाम एक ज्ञापन भी दिया।

इस दौरान धरने की अगुवाई करते हुए कामरेड प्रीतम सिंह ने कहा कि कल की घटना से निगम के कर्मचारियों में काफ़ी रोस हैं जो कृत्य सुरेन्द्र बाबू के साथ किया गया वह किसी भी लिहाज़ से संवैधानिक नहीं हैं। वहीं उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे और अपने घमंड में चूर महापौर अपनी मर्यादा ही भूल गए वहीं उन्होंने जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र के रजिस्टर अपर नगर आयुक्त व स्वास्थ्य अधिकारी को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि कोई भी जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र इनके बिना संस्तुति के नहीं बनाया जा सकता इन अधिकारियों के पास कई कई दिन तक फाइलें पेंडिंग पड़ी रहती हैं। जिससे आम जनमानस को परेशानियां उठानी पड़ती हैं वहीं इसके बाद जन्म मृत्यु प्रमाण पत्रों की फ़ाइल एस डीएम के कार्यालय चली जाती हैं जिसके प्रोसेस में समय लग जाता हैं।

उन्होंने कहा कि सिस्टम को ठीक करने की आवश्यकता हैं केवल बाबू को इसका ज़िम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने कहा कि वीडियो में महापौर अजय सिंह बार बार कहते दिख रहें हैं कि फर्जी जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए गए तो उस विषय पर केवल बाबू ही पूरी अथार्टी नहीं हैं प्रोसेस के आधार पर ही कार्य होते हैं जिसमें फ़ाइल सम्मिट होती हैं उसके बाद रजिस्टर अपर नगरायुक्त के पास जाती हैं सिग्नेचर होने के लिए उसके बाद फाइल एस डीएम कार्यालय पहुंचती हैं जहां पर जांच के बाद निगम कार्यालय में फाइल आती हैं और फ़िर प्रमाण पत्र जारी होते हैं।

वहीं देर शाम जानकारी मिली कि बाबू सुरेंद्र सिंह के द्वारा उनके साथ हुई घटना के संबंध में तहरीर दी गई हैं जिसमें महापौर डॉ अजय कुमार सिंह के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज़ करने की बात कही गई है। वहीं महापौर डॉ अजय कुमार सिंह ने एक इंटव्यू में कहा कि मेरे जैसा संयमशील आदमी क्यों संयम खो देगा वो आदमी सुरेन्द्र सिंह नीचे बैठकर गाली दे रहा था जो गरीब लोग हैं ये उन्हें सताते हैं इन्होंने दलाल बना लिए हैं में उन पर कारवाही करने जा रहा हूं। सवाल ये भी उठता हैं क्या महापौर इस कड़ी से जुड़े तमाम कर्मचारियों अधिकारियों पर कारवाही करवाने का भरोसा जनता को देंगे या फ़िर भ्रष्टाचार की एक कड़ी तक ही लीपा पोती होकर रह जाएगी जांच होती है तो उसमें निगम रजिस्ट्रार अपर नगर आयुक्त मृत्युंजय यादव स्वास्थ्य अधिकारी एसडीएम व अन्य लोग भी जद में आयेंगे।
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