कलयुग दर्शन (24×7)
दीपक झा (संवाददाता)
हरिद्वार। कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले मस्जिद और मजारों पर तिरपाल से ढकने को लेकर सुर्खियां शुरू हो चुकी। ज्वालापुर के रामनगर कॉलोनी स्थित मस्जिद और दुर्गा चौक के पास स्थित मजार के गेट पर बड़ा पर्दा लगाया हुआ देखा जा सकता है।
हालांकि इससे पहले कावड़ यात्रा के दौरान मस्जिद और मजार को कभी नहीं ढका गया है। मजार और मस्जिद के मौलाना प्रशासन के इस फैसले से अनजान है। उनका कहना है कि इस संबंध में उनसे कोई बात नहीं की गई है। जबकि कई दशकों से यहां से कांवड़िए गुजर रहे हैं।
मजार और मस्जिद पर लगाए गए पर्दों के कर्म का अभी कुछ पता नहीं चल सका। किसके आदेश अनुसार पर्दे लगाए गए। यह बात अभी चर्चा का विषय बनी हुई है की केवल हरिद्वार में ही कावड़ यात्रा मार्ग मजार और मस्जिद को पर्दों से ढकने का क्या उद्देश्य था।
हालांकि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज का इस मामले में कहना है कि कावड़ यात्रा व्यवस्थित रूप से चले इसके लिए मस्जिद और मजारों को ढका गया है। वही इस पूरे मामले मे काशीपुर महानगर अध्यक्ष मुशर्रफ हुसैन का भी बयान सामने आया है।
महानगर अध्यक्ष कहना है जनता सब कुछ समझ चुकी है। उत्तराखंड की कौमी एकता बनी हुई है और बनी रहेगी। नेम प्लेट वाले मामले में सुप्रीम कोर्ट से कौमी एकता खंडित करने वालों को जवाब मिल चुका है।
मजार और मस्जिद पर लगे हुए पर्दे प्रशासन ने हटवा दिए है। सवाल यह भी बनता है पर्दे क्यों लगाए गए, क्यों ही हटाए गए।
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